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Finance Information

NSE क्या है – National Stock Exchange कैसे काम करता है – NSE Working in Hindi

NSE Kya Hai in Hindi

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज क्या है

National Stock Exchange जिसे शार्ट मे NSE के नाम से जानते है, जो की भारत का BSE के बाद सबसे बड़ा Stock Exchange है, जिसकी स्थापना सन 1992 मे हुई थी, जिसका हेड ऑफिस मुंबई मे है, जो की दुनिया भर के व्यापारियो को ऑनलाइन इलेक्ट्रिक शेयर खरीदने की अनुमति देता है, जिसमे 1600 से भी कंपनीया लिस्टेड है, जिसका कारोबार वर्तमान मे 25 ट्रिलियन रूपये से भी अधिक है।

तो चलिये आपके मन मे यह सवाल जरूर आ रहा होगा की NSE क्या है National Stock Exchange कैसे काम करता है और NSE और BSE में अंतर क्या है, NSE Wikipedia In Hindi को विस्तार से जानते है, तो चलिये सबसे पहले NSE Kya Hai जानते है,

NSE क्या है परिभाषा

National Stock Exchange In Hindi

NSE Kya Hai National Stock Exchange In Hindiनेशनल स्टॉक एक्सचेंज की स्थापना 1992 मे हुई थी, जिसका मुख्यालय महाराष्ट्र राज्य के मुंबई शहर मे स्थित है, जो की एक ऑनलाइन ट्रेडिंग मार्केट के रूप मे कार्य करता है, जिसके शेयर दुनिया के किसी भी कोने मे बैठकर ऑनलाइन खरीद और बेच सकते है,

एनएसई इक्विटी ट्रेडिंग, डेरिवेटिव ट्रेडिंग, मुद्रा ट्रेडिंग, बांड ट्रेडिंग जैसी सेवाओ की अनुमति देता है, जिस कारण से वर्तमान मे 1920 से अधिक कंपनीया लिस्टेड है, और 1793 कंपनीया सुचारु रूप से कार्य कर रही है, जिस कारण से NSE भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण संस्थान है, जो की निवेशको के लिए इक्विटी ट्रेडिंग, डेरिवेटिव ट्रेडिंग, मुद्रा ट्रेडिंग, बांड ट्रेडिंग जैसी सेवाओ के लिए एक बेहतर मंच बन गया है,

यानि नेशनल स्टाक एक्स्चेंज भारत की पहली ऐसी स्टाक exchange है, जिसका ऑनलाइन ईलेक्ट्रिक ट्रेडिंग होने के कारण इसके खरीद बिक्री को एक बड़े स्क्रीन पर भी दिखाया जाता है,

एनएसई का मुख्य कार्य भारतीय पूंजीवाद में निवेश के लिए लोगो को अधिक से अधिक को प्रोत्साहित करना होता है, और यह शेयर बाजार, विनिमय निवेदन और सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र में निवेशकों के लिए एक सुरक्षित और विश्वसनीय मंच प्रदान करने का काम करता है। जिसका अर्थ यह है की कोई भी व्यक्ति जिसके पास अगर इंटरनेट कनेक्शन है, तो वह ऑनलाइन एनएसई से जुड़कर NSE के स्टॉक मार्केट में व्यापार और निवेश कर सकता है।

NSE का पूरा नाम

Full Form of NSE in Hindi

NSE का पूरा नाम
NSE Full Form In Hindi – राष्ट्रीय शेयर एक्सचेंज
NSE Full Form In English – National Stock Exchange

NSE का अर्थ

NSE Meaning In Hindi

NSE का मतलब National Stock Exchange होता है, जिसे हिन्दी मे राष्ट्रीय शेयर एक्सचेंज कहते है, जिसके टॉप 50 कंपनी को मिलाकर NIFTY 50 कहा जाता है, जिसकी स्थापना सन 1992 मे हुई थी, जो की निवेशको को बढ़ावा देने के लिए शेयर बाजार से जुड़े व्यक्तियों और निवेशकों के लिए शिक्षा और सूचना प्रदान करती हैं, जिसका उद्देश्य अपने ग्राहको को उनकी वित्तीय जागरूकता और निवेश कौशल को बढ़ावा देना होता है।

NSE का इतिहास

History of NSE in Hindi

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज भारतीय स्टाक मार्केट का महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो की वर्तमान मे भारतीय वित्तीय बाजार में एक प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज है। NSE की स्थापना सन 1992 में Securities and Exchange Board of India (SEBI) द्वारा हुआ था, और यह भारतीय बाजारों में एक नए तरीके ऑनलाइन इलेक्ट्रिक मंच देने की शुरुआत हुई थी, जो इस तरह NSE भारतीय शेयर बाजार को पूरी दुनिया के शेयर बाजारों के साथ जुडने के का प्रयास करता है, जो की इसमे समय समय पर अनेक बदलाव भी देखने को मिलते रहे है, तो चलिये NSE का इतिहास को जानते है-

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का स्थापना सन 1992 मे हुआ था, जिसके स्थापना का मुख्य उद्देश्य भारतीय शेयर बाजार को एक सुरक्षित, निष्पक्ष, और विश्वसनीय ऑनलाइन इलेक्ट्रिक मंच प्रदान करना था। जिससे भारतीय शेयर बाजार, पूरी दुनिया के शेयर बाजारो से आसानी से ऑनलाइन जुड़ सके,

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज भारत का सबसे बड़ा और तकनीकी रूप से एक विकसित ऑनलाइन स्टॉक एक्सचेंज है। National Stock Exchange संस्था की स्थापना की सिफारिस सन 1992 मे M.J. शेरवानी समिति ने भी किया था। फिर जिसकी स्थापना सन 1992 में 25 करोड़ पूँजी के साथ मुंबई में किया गया।

एनएसई का प्रमुख सूचकांक निफ्टी 50 है, इसके अंतर्गत टॉप 50 कम्पनियाँ रजिस्टर्ड होती है। जिसमे NSE द्वारा 1996 में NIFTY 50 इंडेक्स आरम्भ किया गया था, निफ्टी सूचकांक में सम्मिलित कंपनियों का समय-समय का आकलन किया जाता है और पुरानी कंपनियों के स्थान पर Top 50 की लिस्ट मे मे इन नयी कम्पनीयों को शामिल किया जाता है, इसका उपयोग निवेशकों द्वारा बड़े पैमाने पर भारत और दुनिया भर में भारतीय पूंजी बाजार के बैरोमीटर के रूप में किया जाता है।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का मुख्यालय कहां है

Head Office of NSE in Hindi

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की स्थापना 1992 मे हुई थी, जिसका मुख्यालय भारत के महाराष्ट्र राज्य के मुंबई शहर मे स्थित है,

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के कार्य

NSE भारतीय वित्तीय बाजार का प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज है, जो की भारतीय पूंजी बाजार पूरी दुनिया के शेयर बाजार से जुड़कर एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, NSE का मुख्य कार्यक्षेत्र भारतीय पूंजी बाजार में स्टॉक और वित्तीय उपकरणों के व्यापार का संचालन करना होता है, तो चलिये नेशनल स्टॉक एक्सचेंज क्या क्या कार्य करता है, उनके कार्यो को जानते है –

NSE पर विभिन्न वित्तीय उपकरण जैसे कि शेयर, इक्विटी ट्रेडिंग, डेरिवेटिव ट्रेडिंग, मुद्रा ट्रेडिंग, बांड ट्रेडिंग जैसी व्यापारिक प्रणाली को संचालित किया जाता है। यहां पर स्टॉक खरीदने और बेचने के लिए व्यापारकर्ता और निवेशकों के बीच के लेन-देन को सुनिश्चित करने के लिए एक ऑनलाइन इलेक्ट्रिक व्यवस्था होती है, जिसके निवेशक दुनिया के किसी कोने मे बैठकर इसके शेयर को ऑनलाइन खरीद और बेच सकते है।

इसके अतिरिक्त NSE अपने निवेशकों की सुरक्षा को प्राथमिकता देता है, और व्यापारकर्ताओं को उनके वित्तीय लेन-देन की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उचित दिशा निर्देशन भी प्रदान करता है, ताकि NSE  और निवेशक के बीच मे सुरक्षित और पारदर्शी व्यापारिक प्रक्रिया बनी रहे, और इसी व्यापारिक पारदर्शीता को बनाए रखने के लिए शेयर स्टॉक की खरीददारी और बेची जाने वाली व्यापारिक प्रक्रियाओं की भी जांच की जाती है,

इस तरह NSE बाजार में लिक्विडिटी को बढ़ाने में मदद करता है, जिससे निवेशकों को अच्छा वित्तीय प्रदर्शन देखने को मिलता है और वित्तीय उपकरणों (शेयर स्टाक) की सरल खरीददारी और बेची जाने की सुविधा मिलती है। और फिर इस तरह NSE भारतीय वित्तीय बाजार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और निवेशकों और व्यापारकर्ताओं के लिए एक महत्वपूर्ण संसाधन है जो उन्हें वित्तीय विचार-विमर्श, निवेश और व्यापारिक कौशल में सहायता भी प्रदान करता है।

नेशनल स्टॉक एक्सचेंज काम कैसे करता है

NSE Working in Hindi

तो आपके मन मे यह सवाल आ रहा होगा की नेशनल स्टॉक एक्सचेंज काम कैसे करता है, तो चलिये नेशनल स्टॉक एक्सचेंज काम कैसे करता है के बारे मे जानते है –

अगर कोई निवेशक NSE के माध्यम से शेयर बाज़ार में निवेश करना चाहता है तो सबसे पहले उसको Market Order के द्वारा आर्डर देना होता है, और Online Computer Trading  जो एक स्वचालित प्रक्रिया है के माध्यम से आपके आर्डर का मिलाया जाता है, जब कोई निवेशक Market Order देता है तो उसे एक नंबर दिया जाता है जिसको Unit नंबर कहते है, कंप्यूटर ट्रेडिंग में खरीदने और बेचने वाले व्यक्ति का नाम गुप्त रखा जाता है, इस तरह खरीदने वाले व्यक्ति को बेचने वाले व्यक्ति को कोई जानकारी नहीं रहता है और बेचने वाले व्यक्ति को खरीदने वाले व्यक्ति की कोई जानकारी नहीं रहता है।

जब आपका आर्डर को कोई मिलान नहीं मिलता है तो आर्डर के क्रम को मिलाने के लिए आर्डर सूची से जोड़ा जाता है, और यह Price time के प्राथमिकता के आधार पर निर्धारित किया जाता है। सर्वोत्तम मूल्य के आर्डर को पहले Top मे प्राथमिकता दिया जाता है और एकसमान मूल्य वाले आर्डर को पहले आर्डर के आधार पर प्राथमिकता दिया जाता है।

जब निवेशक का आर्डर एक्सचेंज Market में पूरा हो जाता है तो निवेशक के DMAT Account में खरीद आर्डर या बेच आर्डर में स्वतः ही देखने लगता है। इस तरह NSE अपने निवेशकों के शेयर के लेन देन को पारदर्शी बनता है, और यह DMAT अकाउंट किसी भी स्टॉक ब्रोकर के द्वारा ओपन किया जा सकता है जो ट्रेडिंग की सुविधा प्रदान करता है, जो ट्रेडिंग सिस्टम में ऑर्डर देते हैं। एनएसई द्वारा घोषित छुट्टियों को छोड़कर एक्सचेंज मार्केट सप्ताह में पांच दिन सोमवार से शुक्रवार तक उपलब्ध रहता है, जिससे आप कभी भी इन वर्किंग डेज मे इसके शेयर खरीद और बेच सकते है,

NSE का उद्देश्य क्या है

NSE का मुख्य उद्देश्य भारतीय वित्तीय बाजार मे शेयर के बिक्री और खरीद को बढ़ावा देना होता है, ताकि भारतीय वित्तीय बाजार की स्थिति को अच्छे स्थिति मे पहुचाया जा सके, तो चलिये एनएसई (NSE) के प्रमुख उद्देश्य को जानते है-

NSE का उद्देश्य
NSE का मुख्य उद्देश्य भारतीय स्टॉक बाजार में स्थिरता और प्रतिस्थापन को बढ़ावा देना होता है,  ताकि विभिन्न कंपनियों के स्टॉक का खरीददार और बेचनेवाला आसानी से व्यापार कर सकें।
सभी निवेशकों को शेयर बाजार में निवेश करने तथा शेयर खरीदने और बेचने की सुविधा प्रदान करना होता है,
सभी निवेशक सामान रूप से प्रतिभूति को खरीद और बेच सके।
एनएसई शेयर बाजार को निष्पक्ष, पारदर्शी और दक्ष बनाना होता है,
ख़रीदे और बेचे गए शेयर को कम से कम समय में हस्तानांतरित करना होता है
प्रतिभूति बाजार को अंतराष्ट्रीय मानदंडों के अनुरूप स्थापित करना होता है,
NSE ने निवेशकों की सुरक्षा और आत्मविश्वास को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न नियमों और उपायों की शुरुआत की है, जिससे कम से कम जोखिम की संभावना हो, और निवेशक का विश्वास बना रहे।
NSE ने निवेशकों को वित्तीय बाजार के बारे में शिक्षा और जागरूकता प्रदान करने के उपायों को बढ़ावा दिया है।

निफ्टी क्या है

What is Nifty 50 in Hindi

निफ्टी (NIFTY) एक वित्तीय उपकरण है और यह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) या भारतीय स्टॉक बाजार पर व्यापारिक धारा में उपयोग होने वाला एक प्रमुख स्टॉक इंडेक्स है, यानि निफ्टी नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर सूचीबद्ध 50 प्रमुख शेयरों का सूचकांक है। निफ्टी दो शब्दों को मिला कर बना है; नेशनल और फिफ्टी, निफ्टी का पूरा नाम “निफ्टी 50” है, जिसे NSE 50 या NIFTY 50 भी कहा जाता है, निफ्टी शब्द नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर सूचीबद्ध सर्वोच्च पचास शेयरों पर आधारित है।

NSE और BSE में अंतर

Difference between NSE and BSE In Hindi

NSE और BSE भारतीय वित्तीय बाजार के प्रमुख 2 स्टाक एक्स्चेंज है, तो चलिये NSE और BSE में अंतर को जानते है–

NSE भारत के मुख्य शेयर बाजार का एक प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज है और इसका मुख्यालय मुंबई में है, जबकि BSE भी भारत का एक प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज है, और इसका मुख्यालय भी मुंबई महाराष्ट्र में है।

एनएसई पर 1696 कंपनियां लिस्टेड हैं, जबकि बीएसई पर 5800 से भी अधिक कंपनियां लिस्टेड हैं।

NSE का मुख्य स्टॉक इंडेक्स Nifty है, जिसमें 50 बड़ी कंपनियाँ शामिल हैं। जिसे Nifty 50 के नाम से भी जानते है, जबकि BSE का मुख्य स्टॉक इंडेक्स Sensex है, जिसमें 30 बड़ी कंपनियाँ शामिल हैं।

NSE पर व्यापार के लिए सुचना प्रणाली और टेक्नोलॉजी में ऑनलाइन Electric Trading तरीके का उपयोग किया जाता है, जबकि BSE पर व्यापार की प्रक्रिया पारंपरिक तरीका है, जिसमें व्यापारी बाजार में बोलकर व्यापार करते हैं.

NSE बिना बोले बिना व्यापार करने के लिए हर काम के दिन के लिए तीन अलग-अलग व्यापारी दिन देता है, जबकि BSE भी NSE की तरह तीन अलग-अलग Equity, Derivatives और Currency व्यापारी दिनों को प्रदान करता है,

एनएसई (NSE) इक्विटी, डेट और करेंसी डेरिवेटिव्स में ट्रेडिंग को प्रोत्साहित करता है, जबकि बीएसई (BSE) ऋण प्रतिभूतियों, म्यूचुअल फंड और मुद्राओं के व्यापार को प्रोत्साहित करता है।

NSE से सम्बंधित सामान्य प्रश्न

NSE Question Answer in Hindi FAQs

NSE क्या है?
NSE एक भारतीय स्टॉक एक्सचेंज है, जो की भारत में शेयर और सिक्यूरिटी विनिमय की सुविधा प्रदान करता है, और यहां विभिन्न कंपनियों के स्टॉक्स और अन्य वित्तीय संविदान की खरीददारी और बेची जाती है.
NSE कब स्थापित की गई थी?
NSE की स्थापना 1992 में हुई थी,
NIFTY क्या है?
NIFTY (National Stock Exchange Fifty) एक प्रमुख स्टॉक मार्केट इंडेक्स है जो की National Fifty का शार्ट है, NSE पर वित्तीय संविदान की 50 बड़ी कंपनियों के स्टॉक्स की प्रदर्शन करता है.
National Stock Exchange (NSE) को हिंदी में क्या कहते है 
National Stock Exchange का फुल फार्म हिन्दी मे राष्ट्रीय शेयर एक्सचेंज होता है।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का मुख्यालय कहां है
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का मुख्यालय भारत के महाराष्ट्र राज्य के मुंबई शहर मे स्थित है।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की स्थापना कब हुई
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की स्थापना सन 1992 मे हुई थी।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज क्या है
National Stock Exchange यानि NSE भारत का मुख्य Stock Exchange है जो की भारतीय वित्तीय बाजार में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

निष्कर्ष :-

तो आप सभी को यह आर्टिकल मे NSE क्या है National Stock Exchange कैसे काम करता है और NSE और BSE में अंतर की पूरी जानकारी कैसा लगा, कमेंट बॉक्स मे जरूर बताए और इस आर्टिकल की जानकारी को लोगो के साथ शेयर भी जरूर करे, और आपको इस आर्टिकल से संबन्धित कोई प्रश्न पूछना चाहते है, तो कमेंट बॉक्स मे पूछ सकते है।

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