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होली पर निबंध 250 शब्दों में Holi Par Essay 250 Words Mein

Holi Par Nibandh 250 Words Mein

होली पर 250 शब्दों में निबंध

होली रंगो का त्योहार है, जो की हर साल बड़े धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया जाता है, जो की एक सामाजिक एकता और आपसी प्रेम सौहार्द का त्योहार है, तो ऐसे मे कक्षा 1 से लेकर 12 तक के छात्रो को होली के त्योहार पर होली पर निबंध 250 शब्दों में लिखने को दिया जाता है, तो आप सभी छात्र इस आर्टिकल Holi Par Essay 250 Words Mein की मदद से होली पर Holi Essay in Hindi 250 Words मे लिख सकते है, और अन्य लोग भी होली के बारे मे जानने के लिए इस आर्टिकल होली 250 शब्दों में पर निबंध को पढ़ सकते है, और लोगो के साथ शेयर भी कर सकते है, तो चलिये इस आर्टिकल Holi Par Nibandh 250 Words Mein को शुरू करते है।

होली पर निबंध 250 शब्दों में

Holi Essay in Hindi 250 Words

Holi Par Nibandh 250 Words Meinहोली हिन्दू धर्म का बहुत बड़ा त्योहार है, जो की हर साल फागुन महीने के पूर्णमासी के दिन मनाया जाता है, इसके ठीक एक दिन होलिका दहन का त्योहार मनाया जाता है, इस तरह होली का त्योहार अपने साथ ढेरो खुशिया लेकर आता है, जिसमे सभी लोग एक दूसरे के ऊपर रंग फेकते है, गुलाल लगाते है, एक दूसरे को होली की बधाई देते है और एक दूसरे को मिठाई खिलाते है और होली की बधाई देते है, जो की यह त्योहार लोगो की इस तरह आपस मे जोड़ने का भी कार्य करता है, जो की आपसी प्रेम और भाईचारा का भी संदेश देता है,

होलिका के एक दिन पहले होलिका दहन किया जाता है, जिसके पीछे बहुत ही पौराणिक कथा है की प्राचीन समय मे हिरणकश्यप नामक एक दुष्ट दैत्य राजा था, जो की ईश्वर का घोर विरोधी था, वह ईश्वर को मानने वाले के ऊपर तरह तरह के अत्याचार करता था, लेकिन हिरणकश्यप का पुत्र प्रहलाद जो की भगवान विष्णु जी के बहुत बड़े भक्त थे, जिससे हिरणकश्यप ने अपने पुत्र को मारने के लिए अपनी होलिका को अग्नि ले लेकर बैठने को कहा, लेकिन ईश्वर की कृपा से होलिका जिसे अग्नि मे न जलने का वरदान प्राप्त था, वह इस वरदान के दुरुपयोग के चलते खुद जल गए और भक्त प्रहलाद बाल बाल बच गए, इस तरह भगवान ने अपने भक्त के जान की रक्षा की, जिसके बाद इसे हर साल से होलिका दहन के त्योहार के रूप मे मनाया जाने लगा,

Holi Essay in Hindi 250 Wordsहोलिका दहन के अगले दिन सुबह सुबह होली का त्योहार बहुत ही धूमधाम के साथ साथ मनाया जाता है, लोग सुबह जल्दी उठकर जगह जगह चौराहो, मुहल्लों आदि जगहो पर इकट्ठा होकर बड़े बड़े ड्रमो मे पानी भरते है, उसमे रंग डालते है, और गीत संगीत आदि के लिए डीजे बजाते है, फिर पूरे जोश और मस्ती के साथ एक दूसरे के ऊपर रंग डालते है और खुद एक दूसरे के साथ मस्ती करते है। इस तरह लोग होली का त्योहार मानते है,

होली के शाम के शाम के समय लोग नहा धोकर नए कपड़े पहनते है, फिर एक दूसरे के घर जाकर अबीर लगाते है, बड़े लोगो का पैर छूकर उंकर आशीर्वाद लेते है, और फिर एक दूसरे को लोग पकवान खिलाते है और होली की बधाईया देते है, इस तरह होली का त्योहार सामाजिक और पारंपरिक तरीके से मनाते है।

होली का त्योहार भारत ही नही विश्व के अनेक देशो मे भी मनाया जाता है, हर कोई भारतीय वह विश्व के चाहे किसी भी कोने मे क्यू न हो इसे बहुत ही धूमधाम से मनाते है, समाज का हर वर्ग इस रंगो के पर्व मे शामिल होते है और बहुत ही जोश के साथ इस त्योहार को मनाते है।

निष्कर्ष:

तो देखा जाय तो होली का त्योहार रंगो के जरियो लोगो को आपस मे जोड़ने का कार्य करता है, लोग एक दूसरे के साथ अपने मतभेदो को भुलाकर इस त्योहार मे शामिल होते है, जो की यह त्योहार सामाजिक सौहार्द को भी बढ़ावा देते है,

तो आप सभी को यह आर्टिकल होली पर निबंध 250 शब्दों में – Holi Par Essay 250 Words Mein कैसा लगा, कमेंट बॉक्स मे जरूर बताए और इसे लोगो के साथ शेयर भी जरूर करे। और आप सभी को होली की ढेर सारी शुभकामनाये ।

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