Anushasan Ka Mahatva Essay In Hindi
अनुशासन का महत्व पर निबन्ध
हर किसी के जीवन में अनुशासन का महत्व है, यदि आप अनुशासित जीवन जीते है, तो फिर आप सभी की नजरो में अच्छे होते है, हर कोई आपके व्यक्तित्व का कायल होता है, और अनुशासित होने के लिए हमे अपने बड़ो, माता पिता, शिक्षक आदि हर किसी के आज्ञा का पालन करना चाहिए, तभी हम अनुशाषित व्यक्ति कहलाते है.
तो चलिए निबन्ध के इस पोस्ट में अनुशासन का महत्व को ध्यान में रखते अनुशासन का महत्व पर निबन्ध, Anushasan Ka Mahatva Nibandh, Discipline Essay बताने जा रहे है, जिसे आप आप किसी भी कक्षा जैसे 1, 2, 3, 4, 5, 6, 7, 8, 9, 10, 11, 12 के छात्र है, तो आप अपने कक्षा में अनुशासन का महत्व पर निबन्ध Short Essay या Long Essay, हिन्दी निबंध लिख सकते है, तो चलिए अब अनुशासन का महत्व पर निबन्ध, Anushasan Ka Mahatva Nibandh, Discipline Essay को जानते है.
अनुशासन का महत्व पर हिन्दी निबन्ध
Anushasan Ka Mahatva Nibandh Discipline Essay in Hindi
साधारण शब्दों में अनुशासन का अर्थ है सही नियमो को पालन करते हुए जीवन यापन करना, यदि मानव अनुशासित रहता है, तो वह अपने जीवन को सुगमतापूर्वक आसानी से जी सकता है, यानि अनुशासन हमे सही अर्थो में संयमित तरीके से जीवन को जीना का तरीका सिखलाता है, हमे क्या करना चाहिए, क्या नही करना चाहिए, ये सभी निर्णय हमारे अनुशासित मन से प्राप्त होते है,,
इसलिए जो व्यक्ति अनुशासित होते है, वे लोग दुसरे के लिए प्रेरणा का मार्ग बन जाते है, ऐसे अनुशासित लोगो के जीवन को देखकर उन्ही के बताये मार्ग पर चलने का प्रयास करते है, इस तरह जो व्यक्ति अनुशासित होते है, वे अच्छे समाज निर्माण में सहायक होते है.
अनुशासन दो शब्दों से मिलकर बना है, अनु + शासन यानि अनु का जहा अर्थ अनुकरण करना, पालन करना होता है, वही शासन का अर्थ नियम होता है, इस तरह अनुशासन का अर्थ नियमो के पालन करना होता है. इस तरह जो व्यक्ति अनुशासित नही होते है, उनका जीवन कभी भी खुशहाल नही होता है.
ये सारा संसार और ब्रहामंड अनुशासन पर ही संचालित होते है, आप हर दिन देखते है की सूर्य एक निश्चित समय पर उदय होता है, निश्चित समय पर अस्त होता है, अपने समय पर दिन होता है, अपने समय पर ही रात होता है, अपने निश्चित समय पर ही गर्मी, ठंडी और बरसात भी होती है, यानि पूरी सृष्टि अनुशासित ढंग से अपने बनाये नियम पर चलते है,
तो ऐसे में जरा सोचिये यदि दिन रात होने का कोई समय फिक्स ना हो, सूर्य कभी अस्त हो जाये, कभी भी निकल जाए, गर्मी जाड़ा बरसात कभी भी अचानक से होने लगे, तो सारा सृष्टि अव्यवस्थित हो जाये, और पूरे ब्रह्माण्ड में अनियमितता आ जाएगी, इसलिए हर किसी के लिए अनुशासन का होना बहुत ही जरुरी है.
ऐसे में अनुशासन की नीव हमारे जीवन में विद्यार्थी काल से पड़ने लगता है, सभी छात्रो को अच्छे कार्यो को करने के लिए प्रेरित किया जाता है, जीवन में सफल होने के लिए अच्छे अच्छे नियम बताये जाते है, बडो, बूढों, माता पिता, गुरुजन का आदर करना सिखाया जाता है, छात्रों को नैतिक शिक्षा दिया जाता है, की लोगो के साथ कैसे व्यवहार करना है, कैसे बाते करना है, कैसे लोगो की इज्जत करना चाहिए, लोगो के साथ आपस में मिलजुलकर रहने की शिक्षा दिया जाता है, ये भी नियम अनुशासन कहलाते है, जिनका पालन करना सभी छात्रो अ दायित्व होता है.
बहुत ही लोगो में अनुशासन जन्म से ही होता है, तो कुछ लोगो में माता पिता, दादा दादी के शिक्षा से मिलती है, कुछ लोग दुसरो को देखकर अनुशासित बनते है,
अनुशासन का महत्व
संयमित जीवन जीने के लिए जीवन में अनुशासन का होना बहुत जरुरी है, यदि आप अनुशासित होते है, नियमित तरीके से दिनचर्या का पालन करते है, समय पर भोजन करते है, समय कर कार्य करते है, समय पर सोते जागते है, तो निश्चित ही आपका जीवन खुशहाली भरा होता है, ऐसे में हर किसी को अपना दिनचर्या का समय फिक्स करना चाहिए, उसे नियमित रूप से पालन भी करना चाहिए, और यदि लोग अनुशासित जीवन जीते है, तो अनुशासन के जरिये कई प्रकार के कष्टों को युही दूर भगा देते है.
उपसंहार –
ऐसे में हम अपनी छोटी छोटी बातो को भी नियम के अनुसार करे, आज का कार्य कल पर ना टाले, बडो का आदर करे, गरीबो की मदद करे, अच्छे बनने का प्रयास करे, मेहनत और लगन से सफलता को प्राप्त करने की कोशिश करे, बुरी आदतों से खुद को दूर रखे तो निश्चित ही इन अनुशासन के नियमो के जरिये अपना जीवन खुशहाल बना सकते है, क्युकी अनुशासन ही हमारे सफलता की कुंजी होते है.
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