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राजा के बीमारी के इलाज की कहानी

Bimar Raja ki Kahani

राजा के बीमारी के इलाज की कहानी

हम अपने जीवन मे क्या करते है, क्या खाते है, कैसे रहते है, और कितना स्वस्थ्य रहते है, अगर हमे कोई बीमारी हो जाए तो उसके कितने सजग या लापरवाह रहते है, यह सब हमारी जीवन की दैनिक दिनचर्या भर निर्भर करती है, हम तभी स्वस्स्थ और सुखी जीवन तभी जी पाते है, जब हम जीवन के प्रति सकरात्मक सोच (Positive Thinking) रखते है, तो आइए ऐसे ही एक ऐसे बीमार राजा की कहानी बताने जा रहे है, जिस कहानी को पढ़कर आपके सोचने के नजरिए मे बदलाव आएगा, तो चलिये इस Bimar Raja ki Kahani को अब जानते है।

बीमार राजा के इलाज की कहानी

Bimar Raja ki Kahani

एक बार की बात है, एक राजा जो की बहुत ही हष्टपुष्ट था, उसे भोजन से बहुत अधिक प्यार था, लेकिन अत्यधिक खाना खाने से वह बहुत मोटा हो गया था, फिर अत्यधिक मोटापा बढ़ने की वजह से बीमार पड़ गया। डॉक्टरों ने उसे सलाह दी कि वह खाना कम कर दे तो मोटापा घट सकता है। डॉक्टरों की इस सलाह से राजा गुस्सा हो गया।

फिर राजा ने ऐलान किया की जो भी उसका अच्छा इलाज करेगा, उसे बड़ा इनाम दिया जाएगा। लेकिन इसमें एक शर्त थी। जो भी इस कार्य में सफल न रहेगा, उसका सिर कलम कर दिया जाएगा।

Bimar Raja ki Kahaniफिर एक चतुर ज्योतिषि ने भविष्यवाणी की कि राजा का जीवन अब एक महीने का और बचा है। यह जानकर राजा डर गया और परेशान रहने लगा।

जिस ज्योतिषी ने यह भविष्यवाणी की थी, फिर राजा की आज्ञा से उसे महीने भर के लिए जेल में डाल दिया गया, ताकि यह देखा जा सके कि उसकी भविष्यवाणी में कितना दम है।

लेकिन फिर भी राजा बहुत डरा हुआ था। उसने खाना पीना भी बहुत कम कर दिया और रात दिन अपने मौत की भविष्यवाणी से चिंतित रहने लगा था, जिस कारण से महीने भर के भीतर ही उसका वजन काफी गिर गया।

फिर एक महिना पूरा होने के बाद इसके बाद राजा ने जेल से ज्योतिषी को बुलाया और कहा, “तुम्हारी भविष्यवाणी एकदम गलत साबित हुई है, मै जिंदा हु, और मेरी मौत नही हुई, अब तुम्हारा सिर कलम कर देना चाहिए”।

इस पर ज्योतिषी बोली कि “अपने आप को शीशे में देखिए कि आप अब कितने स्वस्थ हो गए हैं, और पहले की तुलना मे काफी पतले भी हो गए है, और पहले से ज्यादा स्वस्थ्य लग रहे है”। अपने को स्वस्थ और दुबला काया देखकर राजा का आश्चर्य का कोई ठिकाना न रहा।

तब ज्योतिषी ने राजा से कहा कि असल डॉक्टर तो मैं ही था। फिर ज्योतिषी बनकर आपको मौत के बहाने मैंने आपको डरा दिया था, ताकि आप खाना कम कर दे और स्वस्थ हो जाए।

ज्योतिषी की यह बात सुनकर राजा बहुत ही खुश हुआ और उसे इनाम दिया। साथ ही वादा किया कि वह अब कभी भी खाने-पीने में अति नहीं करेगा। इस तरह वह राजा की मोटापे की बीमारी दूर हो गयी थी, और वह स्वस्थ्य रहने लगा था.

  • कहानी से शिक्षा –

बीमार राजा के इलाज के इस कहानी से यही शिक्षा मिलती है, जबतक इंसान को मौत का डर नही होता है, तबतक वह अपनी मनमानी करता रहता है, और अक्सर मौत को करीब आते देखकर लोग सही मार्ग पर चलने लगते है, ऐसे मे वह राजा चाहता तो खुद से अपने खाने पर नियंत्रण करके स्वस्थ्य हो सकता था, लेकिन वह खुद को शक्तिशाली मानता था, लेकिन मौत के डर से वह सबकुछ भूलकर अपने ज़िंदगी बचाने के बारे मे सोचने लगा था, जिस कारण से उस राजा के सेहत मे काफी सुधार हो गया।आजकल भी पूरे विश्व मे कुछ ऐसा ही हो रहा है, पहले कोरोना जैसी बीमारी फैली तो लोगो ने हसकर इसे मज़ाक मे लेने लगे थे, लेकिन वर्तमान मे बढ़ते मौतों के आकड़ों को देखकर मौत को करीब आता देखकर अब लोग खुद से सजग होने लगे है और वह हर सावधानी अपनाने लगे है, जिससे इस भयंकर बीमारी से बचा जा सके, यानि कहने का मतलब यही है की जबतक लोगो के अंदर किसी के प्रति डर नही हो तो वो लोग उस चीज के प्रति लापरवाह हो जाते है।

तो आप सभी को राजा की यह कहानी कैसा लगा, कमेंट बॉक्स मे जरूर बताए, और इस कहानी को लोगो के बीच ज्यादा से ज्यादा शेयर भी जरूर करे।

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