HomeBiographyयोगी से मुख्यमंत्री तक के सफर करने वाले योगी आदित्यनाथ का जीवन...

योगी से मुख्यमंत्री तक के सफर करने वाले योगी आदित्यनाथ का जीवन परिचय

Yogi Adityanath Biography in Hindi

योगी आदित्यनाथ का जीवन परिचय

जब से भारत देश के उत्तर प्रदेश राज्य के 2022 विधानसभा के चुनाव संपन्न हुए है उसके बाद विजयी पार्टी भारतीय जनता पार्टी द्वारा | BJP द्वारा जैसे CM पद के लिए योगी आदित्यनाथ | Yogi Adityanath का नाम हर किसी के जुबान पर बस एक ही नाम है – योगी आदित्यनाथ | Yogi Adityanath.

हर कोई मीडिया योगी आदित्यनाथ | Yogi Adityanath के बारे में जानना चाहता है आखिर कौन है योगी आदित्यनाथ | Yogi Adityanath ? कैसे एक सन्यासी सत्ता के शिखर पर पहुच गया हर कोई योगी आदित्यनाथ | Yogi Adityanath के बारे में वो हर बात जान लेना चाहता है जो की योगी आदित्यनाथ | Yogi Adityanath को एक साधारण से अन्य लडको की तरह से जीवन की शुरुआत करने वाले पहले सन्यास फिर सन्यास से सत्ता का सफर कैसे पूरा किये योगी आदित्यनाथ भारत में ही नही वरन विदेशो के मीडिया न्यूज़, समाचार पत्रों म छाये हुए है की आखिर कैसे एक सन्यासी कैसे किसी प्रदेश का CM बन सकता है कैसे कोई पूजा पाठ करने वाला व्यक्ति जनता के बीच राजनीती के सर्वोच्च शिखर पर पहुच सकता है,

वैसे तो हमारे देश भारत में प्राचीनकाल से ही जब जब सत्ता राजाओ का राज हुआ करता था लेकिन जब जब आवश्यकता पड़ती है तब तब देश के सन्याशी महान आत्माओ ने देश कल्याण के लिए अपने हाथ में सत्ता का बागडोर संभाला है और हमारे देश में धर्म और राजनीती एक दुसरे के साथ साथ कही न कही एक दुसरे से प्रभावित भी होती है और जब धर्म का राजनीती में प्रवेश होता है तो निश्चित ही भगवान को पूजने वाले लोगो के द्वारा समाज कल्याण जरुर होता है तो आईये जानते है कैसे एक सन्याशी योगी पुरुष कैसे किसी सत्ता के शिखर पर पहुचे तो जानते है योगी आदित्यनाथ | Yogi Adityanath के योगी से CM बनने की पूरी कहानी.

योगी आदित्यनाथ का जीवन परिचय  

Yogi Adityanath Biography in Hindi

Yogi Adityanath

योगी आदित्यनाथ का जन्म 5 जून 1972 को वर्तमान प्रदेश उत्तराखंड के पौढ़ी गढ़वाल जिले के एक छोटे से गाव पंचूड़ में हुआ था योगी आदित्यनाथ का वास्तविक नाम अजय सिंह बिष्ट | Ajay Singh Bishth है योगी आदित्यनाथ के पिता का नाम आनंद सिंह बिष्ट और माता का नाम सावित्री देवी है.

बचपन से कुछ अलग करने की चाहत रखने वाले योगी आदित्यनाथ पढने में बहुत ही तेज थे इनकी पढाई की शुरुआत 1977 में टिहरी में गजा के स्थानीय स्कूल में हुआ जहा पर उन्होंने 1987 में High school की परीक्षा उत्तीर्ण किया फिर 1989 में ऋषिकेश में श्री भरत मन्दिर इंटर कॉलेज से इंटरमीडिएट की परीक्षा पास की इसके बाद 1990 में ग्रेजुएशन की पढाई हेमवती नंदन बहुगुणा यूनिवर्सिटी से किया और BSc की परीक्षा पास की.

लेकिन इसी दौरान योगी आदित्यनाथ के कोटद्वार में प्रवास के दौरान इनके सामान की चोरी हो गयी सामानों की चोरी के साथ इनके परीक्षा प्रमाण पत्र भी चोरी हो गयी जिसके बाद योगी आदित्यनाथ ने अपनी दुबारा पढाई के लिए यूनिवर्सिटी में प्रवेश ले लिया फिर पढाई के दौरान इन्हें गुरु गोरखनाथ पर शोध करने का अवसर प्राप्त हुआ जिसके चलते योगी आदित्यनाथ ऋषिकेश शोध के लिए उत्तर प्रदेश के गोरखपुर चले आये और फिर शोध के दौरान योगी आदित्यनाथ की मुलाकात गोरखनाथ मन्दिर के महंत अवैद्यनाथ से हुआ फिर अवैद्यनाथ के सम्पर्क में आने के बाद योगी आदित्यनाथ का पूरा जीवन ही बदल गया.

योगी आदित्यनाथ के योगी बनने की कहानी

Yogi Adityanath ke Yogi banane ki Kahani

योगी आदित्यनाथ | Yogi Adityanath के योगी बनने की कहानी भी बहुत ही दिलचस्प है बचपन से योगी आदित्यनाथ पढने में बहुत तेज थे और इनके घर वालो की आर्थिक स्थिति भी उतनी अच्छी नही थी फिर भी योगी आदित्यनाथ अपनी पढाई पूरी करके बहुत बड़ा बनना चाहते थे और इसी अभिलाषा को पूरा करने के लिए योगी आदित्यनाथ ने अपनी पढाई भी बहुत मेहनत से किया और यूनिवर्सिटी की पढाई के दौरान जब योगी आदित्यनाथ की मुलाकात अवैद्यनाथ से मुलाकात हुआ तो योगी आदित्यनाथ के विचारो में बहुत बड़ा परिवर्तन हुआ.

और फिर वे घर समाज को छोड़कर एक शिष्य के रूप में गोरखनाथ मंदिर के पीठाधीश्वर अवैद्यनाथ के शरण में आ गये शुरुआत में योगी आदित्यनाथ के परिवार वालो को लगा की योगी आदित्यनाथ को गोरखनाथ मंदिर में कोई नौकरी मिल गया है जिससे शुरू में उतना ध्यान नही दिए लेकिन बाद में योगी आदित्यनाथ जब एक संत के रूप में अपने घरवालो से मिलने गये.

तब जाकर योगी आदित्यनाथ के परिवार वालो को विश्वास हुआ उनका बेटा अब समाज से नाता तोड़कर वैराग्य की दिशा पर चल पड़ा है और फिर इसक बाद गुरु अवैद्यनाथ की निधन 12 सितम्बर 2014 को हो गया जिसके बाद अवैद्यनाथ के उत्तराधिकारी के रूप में योगी आदित्यनाथ को विधिपूर्वक धार्मिक अनुष्ठान के गोरखनाथ पीठाधीश्वर का महंत बना दिया गया.

योगी आदित्यनाथ का राजनितिक जीवन

Yogi Adityaanath ka Rajnitik Jivan

योगी आदित्यनाथ का राजनितिक जीवन की शुरुआत पढाई के दिनों में ही देखने को मिलने लगा था जब 1990 में पूरे देश में अयोध्या मंदिर विवाद अपने चरम पर था देश का हर नागरिक धार्मिक संप्रदाय भागो में बट गया था हर कोई मन्दिर मस्जिद निर्माण को लेकर सक्रीय हो गया था जिससे अछूते योगी आदित्यनाथ भी नही रहे शुरू से हिन्दू धर्म के कट्टर माने जाने वाले योगी आदित्यनाथ हिन्दू धर्म के बहुत बड़े समर्थक भी माने जाते रहे है,

फिर गोरखपुर की जनता के मांग पर सन 1998 में सक्रीय रूप से सांसद के लिए चुनाव लड़ा और 26 वर्ष की आयु में पहुचने वाले सबसे युवा सांसद बन गये थे और योगी आदित्यनाथ के राजनितिक शख्सियत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है की योगी आदित्यनाथ आज तक एक भी चुनाव नही हारे हुए है और हर बार योगी आदित्यनाथ ने अपने विरोधियो को करारा जवाव देते हुए अपने जीत के मतो अंतर बढ़ाते गये है और और 2014 के लोकसभा चुनाव में तो योगी आदित्यनाथ 2 लाख से अधिक मतो से विजयी हुए है.

योगी आदित्यनाथ हिन्दू धर्म के बहुत बड़े समर्थक है और योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश के युवाओ के विचारधारा को आगे बढ़ाते हुए अप्रैल 2002 में हिन्दू युवा वाहिनी | Hindu Yuva Vahini नामक एक हिन्दू संघटन का गठन भी किया है जिसका काम हिन्दू धर्म से जुड़े कार्यो को बढ़ावा देना है और हिन्दू धर्म के खिलाफ विरोधी तत्वों को परास्त भी करना है और अक्सर अपनी कट्टर छवि के चलते हिन्दू युवा वाहिनी | Hindu Yuva Vahini विरोधियो के निशाने पर रहती है.

योगी आदित्यनाथ अपने आप में बहुत बड़े माने जाते है और लोगो के मान्यतो के अनुसार इनके उपर बाबा गोरखनाथ का आशीर्वाद भी देखने को मिलता है योगी आदित्यनाथ के छवि का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है की योगी आदित्यनाथ ही अपने कर्मभूमि गोरखपुर में टी करते है कब होली मनाई जाय और कब दिवाली..

योगी आदित्यनाथ की राजनितिक जीवन में भी बड़े और कड़े फैसले लेने के लिए मशहूर माने जाते है योगी आदित्यनाथ को कितना मानते है इसका एक नजारा 2006 में देखने को मिलता है जब योगी आदित्यनाथ ने विराट हिन्दू सम्मेलन का आयोजन किया था और इसी दौरान इनकी राजनितिक पार्टी भारतीय जनता पार्टी द्वारा भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी का बैठक का आयोजन किया गया लेकिन योगी आदित्यनाथ के विराट हिन्दू सम्मेलन में भाजपा की तुलना में कही अधिक जनसमर्थन देखने को मिला जिससे इनके विरोधी भी योगी आदित्यनाथ के कायल हो गये..

योगी आदित्यनाथ का चरित्र चित्रण

Yogi Adityanath Character in Hindi

योगी आदित्यनाथ हिन्दू धर्म के नाथ संप्रदाय से तालुक रखते है नाथ संप्रदाय हिन्दुओ की चली आ रही आदि काल की परम्परा की रक्षा के लिए सदैव आगे रहती है जिसके चलते योगी आदित्यनाथ हिन्दू – मुस्लिम दंगा, लव जेहाद , पशु बलि , प्रकृति के संसाधनों से खिलवाड़ के खिलाफ माने जाते है.

योगी आदित्यनाथ अपनी पुरातन सभ्यता के अनुसार अगर हम सभी भगवान में विश्वास रखते है तो अपनी रक्षा के लिए शस्त्र रखना भी उतना अनिवार्य मानते है योगी आदित्यनाथ कहते है “यदि हमारे एक हाथ में माला तो दुसरे हाथ में भाला भी होना चाहिए”

योगी आदित्यनाथ हिन्दू कट्टर छवि के माने जाते है इनके ऊपर दंगे भड़काने, हथियार रखने, बिना इजाजत के सामाजिक सभाओ का आयोजन करना जैसे कई गम्भीर आरोप भी लग चुके है अपनी बेबाक टिप्पणी के चलते योगी आदित्यनाथ अक्सर विवादों में भी घिर जाते है इनका मानना है की जो लोग भारत देश की संस्कृति और भारत से प्यार नही करते है उन्हें तुरंत देश छोड़ कर चले जाना चाहिए.

योगी आदित्यनाथ एक मुख्मंत्री के रूप में

Chief Minister Yogi Adityanath

भारत देश के उत्तर प्रदेश के मुख्मंत्री बनने के बाद से हर सभी की निगाहे अब योगी आदित्यनाथ के ऊपर लगी है हर कोई यही जानना चाहता है क्या मुख्मंत्री के रूप में योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश को क्या सबका साथ सबका विकास के रास्ते पर ले चल पायेगे क्या योगी आदित्यनाथ यूपी में विकास की धारा ला पायेगे ऐसे अनेको सवाल है जो हर किसी के मन में ये सवाल उठ रहा है और अब तो एक बार लोगो को लगने लगा है की योगी आदित्यनाथ के शासनकाल में अयोध्या में राम मंदिर निर्माण भी हो सकता है.

योगी आदित्यनाथ अक्सर ताबड़तोड़ फैसले लेने और उनपर अलमल करने के लिए माने जाते है योगी जो बोलते है उनको समर्थको के लिए यही कानून बन जाता है.

अपने कड़े फैसलों के लिए मशहूर योगी आदित्यनाथ ने मुख्मंत्री पद सम्भालते ही उत्तर प्रदेश राज्य के लिए अनेक ताबड़तोड़ फैसले लेने भी शुरू कर दिए है जिनमे चुनावी वादों के अनुसार अवैध रूप से चल रहे कसाईखानों को बंद करने का आदेश दे दिया जिस आदेश का असर 24 घंटे में ही पूरे प्रदेश में दिखने लगा है और इस फैसले को लेकर योगी आदित्यनाथ के गौ प्रेम और गौ सेवा की भावना का असर साफ़ झलकता दिखाई देता है.

योगी आदित्यनाथ ने अपने दुसरे चुनावी वादे के अनुसार उत्तर प्रदेश जिस हिसाब से लड़की के साथ छेड़छाड़ में बढोत्तरी हुई है उसी को देखते एंटी रोमियो स्कावड | Anti Romio Squad का गठन कर दिया है जिसका मुख्य उद्देश्य राह चलती लडकियों पर भद्दे कमेंट और लडकियों को परेशान करने वाले मामलो में अब उन मनचले लडको की खैर नही है इस टीम की तैनाती स्कूल, पार्क और सार्वजनिक स्थानों पर विशेष रूप से की गयी है.

इसी तरह अपने फैसले लेने के मामले में योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत कार्यक्रम को बढ़ावा देते हुए इसकी शुरुआत सरकारी कार्यलयो से किया है जिसके तहत किसी भी सरकारी कर्मचारी, अध्यापक अपने ऑफिस, स्कूल , कॉलेज किसी भी स्थान पर गुटखा पान तम्बाकू का सेवन नही करेगे और सभी अपने कार्यालय को स्वच्छ और सुंदर बनाये रखेगे और कोई इसमें कोई भी दोषी पाया गया तो उसके ऊपर सीधे कारवाई का प्रावधान है.

इसी तरह पूरी तरह भ्रष्टाचार से मुक्त बेदाग छवि के मुख्मंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सभी चुने गये विधायको को 15 दिन में चल अचल सम्पति का ब्यौरा देने को कहा है.

योगी आदित्यनाथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रास्ते पर चलते हुए सबका साथ सबका विकास के हिमायती है और इसी कड़ी योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश में कानून का राज के लिए कई अनेक कड़े फैसले लेने शुरू कर दिए है और योगी आदित्यनाथ ने अपराधियों को खुली चेतावनी देते हुए कहा है या तो वे अपराध छोड़ दे या फिर उत्तर प्रदेश छोड़ दे नही तो फिर उन्हें ऐसी जगह भेज दिया जायेगा जहा कोई भी जाना पसंद नही करता है.

इस तरह अपने कड़े फैसलों के चलते योगी आदित्यनाथ आज के समय में सबके चर्चा के केंद्रबिंदु बने है और अब सबका ध्यान योगी आदित्यनाथ के आने वाले उन सभी फैसलों पर है जिनसे आमजनमानस प्रभावित होता है.

योगी आदित्यनाथ के विषय में दी गयी जानकारी समाचारपत्रों एव वेबसाइट पर दी गयी जानकारियों के आधार पर दिया है यदि योगी आदित्यनाथ के बारे में कोई जानकारी अपूर्ण या त्रुटिपूर्ण है तो कमेंट बॉक्स के माध्यम से अवगत करा सकते है.

योगी आदित्यनाथ का जीवन परिचय संक्षेप मे 

Yogi Adityanath Short Biography in Hindi

योगी आदित्यनाथ का जीवन परिचय संक्षेप मे 
योगी आदित्यनाथ का जन्म 5 जून 1972 को उत्तर प्रदेश के पौराणिक गांव पंचुर, तहसील पिपरियांबल, जिला पौरी गढ़वाल, उत्तराखंड में हुआ था।
उनका असली नाम आदित्यनाथ यादव है, लेकिन उन्हें “योगी” के नाम से प्रसिद्ध किया जाता है।
योगी आदित्यनाथ का विवाह हेतु पारंपरिक संत योगी मथुरानाथ जी के साथ सम्पन्न हुआ।
उन्होंने गोरखपुर संस्कृत विद्या पीठ से संन्यास लिया और योगी नाम अपनाया।
योगी आदित्यनाथ ने सन् 1998 में लोकसभा चुनावों में गोरखपुर से भाजपा के टिकट पर प्रवेश किया।
1998 में ही उन्हें लोकसभा सदस्य बनाया गया था।
योगी आदित्यनाथ ने अपने कार्यकाल में गोरखपुर के विकास के लिए कई योजनाएं चलाई।
उन्होंने गोरखपुर में शिक्षा, स्वास्थ्य और औद्योगिक विकास को बढ़ावा दिया।
2017 और 2022  में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में उन्हें चुनाव जीता गया।
उनकी योजनाओं में उत्तर प्रदेश के विकास को गति मिली।
योगी आदित्यनाथ को धार्मिक और सामाजिक मुद्दों पर भारतीय राजनीति में एक प्रमुख रूप माना जाता है।
उन्होंने किसानों के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं जो किसानों की आर्थिक स्थिति को सुधारती हैं।
योगी आदित्यनाथ को उनके सख्त नेतृत्व के लिए जाना जाता है।
उन्होंने उत्तर प्रदेश में कई बड़े और महत्वपूर्ण परियोजनाओं को शुरू किया है।
उन्होंने अपने कार्यकाल में उत्तर प्रदेश की सुरक्षा और विकास को महत्वपूर्ण माना है।
योगी आदित्यनाथ को देशभक्ति और राष्ट्रवाद के प्रतीक के रूप में भी जाना जाता है।
उनका उद्धारवादी दृष्टिकोण राजनीतिक दलों के बीच एक बड़ा विषय है।
योगी आदित्यनाथ ने अपने कार्यकाल में उत्तर प्रदेश की कई समस्याओं का समाधान किया।
उनका उद्देश्य उत्तर प्रदेश को विकास की राह पर लाना है।
उन्होंने धार्मिक समृद्धि, शिक्षा, औद्योगिक विकास, और कृषि क्षेत्र में नई योजनाओं को शुरू किया है।
योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में कई सामाजिक योजनाओं की शुरुआत की है।
उन्होंने उत्तर प्रदेश के विकास के लिए नई परियोजनाओं को शुरू किया है।
योगी आदित्यनाथ को एक दृढ़ और निष्ठावान नेता के रूप में जाना जाता है।
उन्होंने उत्तर प्रदेश में जातिवाद, बाल मजदूरी और महिला सशक्तिकरण के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं।
योगी आदित्यनाथ को एक कुशल प्रशासक के रूप में भी जाना जाता है।
उन्होंने उत्तर प्रदेश में नयी उच्च शिक्षा संस्थानों की स्थापना के लिए पहल की है।
योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश में अपराध के खिलाफ कठोर कदम उठाए हैं।
उन्होंने उत्तर प्रदेश में नये रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं।
योगी आदित्यनाथ को भारतीय राजनीति में एक विचारशील और प्रगतिशील नेता के रूप में जाना जाता है।
उनके प्रयासों का हेतु उत्तर प्रदेश की जनता ने उन्हें अपने मुख्यमंत्री के रूप में फिर से चयन किया।

तो आप सभी को योगी आदित्यनाथ के जीवन परिचय पर दी गयी जानकारी कैसा लगा, कमेंट माध्यम से हमे बताना न भूले और साथ इस पोस्ट को अपने दोस्तों को शेयर जरुर करे.

कुछ इन महापुरुषों की जीवनी भी जरुर पढ़े –

शेयर करे

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here