HomeAnmol Vachanरहीम दास जी के दस दोहे

रहीम दास जी के दस दोहे

Rahim Ke Dohe Arth Sahit

रहीम दास जी के दोहे

महापुरुषों की कही बाते हम सभी को अपने जीवन में आगे बढने का मार्ग दिखाती है इसी कड़ी में रहीम दास | Rahim Das का भी नाम आता है जिन्हें कहे गये दोहे जिन्हें हम रहीम के दोहेRahim Ke Dohe Arth Sahit के नाम से भलीभांति परिचित है और ये दोहे हमे अपने जीवन में सत्य और वास्तविकता का बोध कराते है.

तो आईये हम सभी कुछ रहीम दास जी के दोहे हिंदी अर्थ सहित व्याख्या | Rahim Das Ji Ke Dohe With Hindi Meaning को पढ़ते है और और इन दोहे से सीख लेते हुए हम सब अपने जीवन में आगे बढ़ने का सफल मार्ग बनाते है.

रहीम दास के दोहे

Rahim Das Ke Dohe

Rahim Ke Dohe

Rahim के दोहे

रहिमन नीचन संग बसि, लगत कलंक न काहि

दूध कलारिन हाथ लखि, सब समुझाही मद ताहि 

हिंदी अर्थ – रहीम जी कहते है की नीच और दुष्ट लोगो के साथ रहने से भला किसका नाम नही ख़राब होता है ठीक उसी प्रकार यदि शराब बेचने वाला दूध भी बेचने लग जाए तो उसे शराब वाले के ही नाम से उसको जानते है और दूध को भी शराब ही समझते है

Rahim के दोहे

रहिमन धागा प्रेम को, मत तोरो चटकाय

टूटे से फिर न जुड़े, जुड़े ते गाठ पड़ी जाय

हिंदी अर्थ – रहीम जी कहते है की अपने कभी भी अपने रिश्तो के प्रेम बंधन को नही तोडना चाहिए क्यूकी अगर इन रिश्तो के प्रेम में दरार आ जाये तो फिर पहले जैसा प्रेमभाव नही रहता है ठीक उसी प्रकार यदि किसी धागे को तोड़ दिया जाय तो ये फिर कभी आपस में जुड़ नही पाते है और यदि उन्हें जोड़ा भी जाय तो उनके बीच में गाठ जरुर पड़ जाती है.

Rahim के दोहे

रहिमन प्रीति सराहिए मिले होत रंग दून

ज्यो हरदी जरदी तजे, तजे सफेदी चून

हिंदी अर्थ – जब हम किसी से प्रेम करते है तो उसमे निश्छल भाव होना चाहिए और प्रेम के प्रति समर्पण होना चाहिए जिसमे कोई अंतर न हो ठीक उसी प्रकार यदि चूने और हल्दी को आपस में मिला दिया जाय तो दोनों अपना रंग खोते हुए एक दुसरे के रंग में ऐसे मिल जाते है जिन्हें अलग नही किया जा सकता है.

टूटे सुजन मनाईये, जो टूटे सौ बार

रहिमन फिर फिर पोईए, टूटे मुक्ताहार

हिंदी अर्थ – रहीम जी कहते है की यदि मोतियों की माला बार बार टूटती है तो भी हम उसे धागे में पिरो कर सही कर लेते है ठीक उसी प्रकार अपना जो प्रिय होता है वो एक बार क्या 100 बार भी रूठ जाए तो हमे मना लेना चाहिए इससे हमारे रिश्ते फिर से बने रहते है

Rahim के दोहे –

मथत मथत माखन रहे, दही मही बिलगाय

रहिमन सो मीत है भीर परे ठहराय

हिंदी अर्थ – सच्चा मित्र वही है जो दुःख के समय साथ देता है और लेकिन भला वह मित्र किस काम का जो दुःख आने पर तुरंत साथ छोड़ देता है ठीक उसी प्रकार मक्खन जब मथते है तो मक्खन तो दही का साथ नही छोड़ता है लेकिन मंठा दही का साथ छोड़ देता है.

Rahim के दोहे –

रहिमन वहा न जाईये, जहा कपट को हेत

हम तो ढारत ढेकुली, सीचत अपनों खेत

हिंदी अर्थ – हमे ऐसी जगह कभी भी नही जाना चाहिए जहा के लोग अपने मतलब के लिए छल कपट के लिए सहारा लेते है हम लोग मेहनत करना जानते है और कुए से पानी भी निकालना हो तो मेहनत से निकालते है जबकि दुष्ट और कपटी लोग तो बिना मेहनत किये ही अपने खेतो तक को सीच लेते है

Rahim के दोहे –

मागे घटत रहीम पद, किती करो बढ़ी काम

तीन पैड वसुधा करी, तउ बावने नाम

हिंदी अर्थ – रहीम जी कहते है आप चाहे कितना महत्व का ही काम क्यू न करते है यदि आप किसी के आगे हाथ फैलाते है तो फिर आपके बड़े बड़े पद भी उस व्यक्ति के आगे छोटा हो जाता है ठीक उसी प्रकार भगवान विष्णु ने बड़ी ही चतुराई से राजा बली के आगे पृथ्वी को तो तीन पग में तो माप तो दिया लेकिन यही तीन पग मांग देने के कारण भगवान भी राजा बली के आगे छोटे हो जाते है और उनका नाम वामन ही रह जाता है अर्थात बौना यानि छोटा ही नाम से पुकारा भी गया.

कबीर दास जी के दोहे हिन्दी में

Rahim के दोहे –

रहिमन देख बड़ेन को, लघु दीजिये न डारी

जहा काम आवे सुई, कहा करे तरवारी

हिंदी अर्थ –  हमे बड़ी चीजो को देखकर छोटे चीजो की अपेक्षा नही करनी चाहिए मतलब जब हमे सुई का काम की जरूरत पड़ती है तो वहा काम तलवार से नही किया जा सकता है मतलब हर किसी का अपना अपना स्थान होता है

Rahim के दोहे –

रहिमन निज मन की व्यथा, मनही राखो गोय

सुनी अठीलहै लोग सब, बाटी न लैहे कोय

हिंदी अर्थ – हमे अपने दुखो को सबसे चर्चा नही करनी चाहिए क्यूकी हमारे दुखो को कोई भी सुन सकता है लेकिन कोई मदद करने को तैयार नही होता है और उलटे लोग हमारी दुखो पर हँसेगे ही, इसलिए हमे अपने दुखो की चर्चा सबसे करने से बचना चाहिए.

Rahim के दोहे –

रहिमन पानी राखिये, बिन पानी सब सुन

पानी गये न उबरै, मोती मानुष चून

हिंदी अर्थ – हमे अपनी इज्जत बचाकर रहना चाहिए क्यूकी बिना इज्जत के सबकुछ बेकार है जिस प्रकार बिना चमक के मोती बेकार होता है ठीक उसी प्रकार बिना इज्जत के आदमी का कोई मोल नही होता है ठीक उसी प्रकार यदि चुने में पानी भी मिला दिया जाय तो पानी जल जाता है जो वह भी किसी काम का नही रहता है.

मीराबाई के पद दोहे हिन्दी अर्थ सहित

Rahim के दोहे –

रहिमन वे नर मर चुके जे कहू मागन जाहि

उनते पहले वे मर चुके, जिनसे मुख निकसत नाही

हिंदी अर्थ – जो मनुष्य यदि किसी के आगे मागने के लिए हाथ फैलाता है तो वह वह एक मृतक के समान हो जाता है लेकिन वे लोग पहले से ही मृतक हो चुके है जो मागने पर भी पहले ही साफ मना कर देते है.

Rahim के दोहे –

जे रहीम उतम प्रकृति का, का करी सकत कुसंग

चन्दन विष व्यापत नही, लपटे रहत भुजंग

हिंदी अर्थ – जो मनुष्य का चरित्र उत्तम होता है उसका बुरे लोग कुछ भी नही बिगाड़ सकते है ठीक उसी प्रकार चन्दन का पेड़ अनगिनत सापो से घिरा रहता है फिर भी चन्दन अपनी शीतलता को नही छोड़ता है

Rahim के दोहे –

तरुवर फल नही खात है, सरवर पियहि न पान

कही रहीम पर काज हित, संपति संचही सुजान

हिंदी अर्थ – पेड़ अपने कभी भी फल नही खाते है और तालाब भी अपने अपने पानी खुद नही पीता है ठीक उसी प्रकार जो लोग दुसरो के हित के लिए जीते है वे अपनी संपति कभी भी खुद पर खर्च नही करते है.

Rahim के दोहे –

तो आप सबको रहीम के दोहे हिंदी अर्थ सहित | Rahim Ke Dohe With Hindi Meaning Post कैसा लगा प्लीज कमेंट बॉक्स में जरुर बताये.

शेयर करे

About Author

About Author: Rakesh Gupta राकेश गुप्ता, https://www.achhiadvice.com/ के संस्थापक और प्रमुख लेखक, अपने प्रेरणादायक लेखों से लाखों पाठकों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने वाले एक प्रख्यात लेखक हैं। उनकी लेखनी का उद्देश्य पाठकों को नई सोच, आत्मविश्वास, और सफलता की दिशा में आगे बढ़ने की प्रेरणा देना है। राकेश गुप्ता का मानना है कि "हर व्यक्ति के अंदर असीमित संभावनाएं छिपी होती हैं। सही मार्गदर्शन और दृढ़ विश्वास से कोई भी अपने सपनों को साकार कर सकता है।" यही विचार उनके हर लेख में झलकता है। उनके लेखन का हर शब्द सरल, प्रभावशाली और प्रेरणादायक होता है, जो पाठकों को जीवन में आगे बढ़ने की शक्ति देता है। वे सफलता, आत्म-विकास, और प्रेरणा के गहन विषयों को बेहद सरल और रोचक तरीके से प्रस्तुत करते हैं, जिससे हर उम्र और वर्ग के पाठक खुद को उनसे जुड़ा हुआ महसूस करते हैं। Achhi Advice के माध्यम से राकेश गुप्ता एक ऐसे प्लेटफॉर्म का निर्माण कर रहे हैं, जहाँ पाठकों को प्रेरणा और सफलता के लिए आवश्यक मार्गदर्शन मिलता है। उनकी लेखनी न केवल प्रेरणा देती है, बल्कि पाठकों को उनकी वास्तविक क्षमता पहचानने और उसे बेहतर तरीके से उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित भी करती है। यदि आप सफलता के मूल मंत्र, जीवन को बेहतर बनाने के उपाय, और प्रेरणादायक कहानियों की तलाश में हैं, तो राकेश गुप्ता के लेख आपको सही दिशा दिखाने वाले सबसे विश्वसनीय साथी होंगे। “आपके सपनों को पंख देना हमारी प्रेरणा है!”
RELATED ARTICLES

2 COMMENTS

  1. रहीम जी के दोहे बहुत ही शिक्षाप्रद हैं. धन्यवाद शेयर करने के लिए

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here